हिंदी दिवस कब मनाया जाता है | Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai

Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai : दोस्तों क्या आप हिंदी दिवस के बारे में जानना चाहते हैं कि हिंदी दिवस क्या है? (Hindi Diwas Kya Hai), हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? (Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai), हिंदी दिवस मनाने का क्या कारण है, तो इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी देने वाले हैं कि हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?,

इसके पीछे क्या कारण है इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें तब आपको पूरी जानकारी मिलेगी कि हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है अगर आप अच्छे से पढ़ते हैं आपको हिंदी दिवस के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी

हिंदी दिवस कब मनाया जाता है | Hindi Diwas Kab Manaya Jata hai

हिंदी दिवस प्रत्येक साल 14 सितंबर को सम्पूर्ण भारत वर्ष में मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को गठित संविधान सभा ने हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का प्रस्ताव पारित किया था की हिंदी को केंद्र सरकार और पूरे देश की राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया जाये।

इस प्रस्ताव को पारित करने का एक मुख्य उद्देश्य यह भी था की हिंदी देश के अधिकतर प्रांतों में बोली जाने वाले भाषा थी, इसी बात को ध्यान में रखकर संविधान सभा ने इसे राज भाषा का स्थान दिया।

14 सितंबर साल 1953 से प्रत्येक साल हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। देश की स्वाधीनता के बाद काका कालेलकर, हज़ारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविन्द दास जैसे दिग्गज साहित्यकारों ने हिंदी को राज भाषा बनाने के लिए अथक प्रयास किया था।

विश्व हिंदी दिवस कब मनाया जाता है

अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस कब मनाया जाता है : दोस्तों विश्व में हिंदी दिवस नहीं मनाया जाता है सिर्फ भारत में ही 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है क्योंकि पूरे देश में हिंदी नहीं बोले जाते हैं सिर्फ भारत में ही ज्यादातर लोग हिंदी बोलते हैं और पूरे विश्व में इंग्लिश बोले जाते हैं इसलिए पूरे विश्व में हिंदी दिवस नहीं मनाया जाता है

हिंदी दिवस का इतिहास

साल 1918 में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने एक हिंदी साहित्य सम्मलेन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने की बात जानका के सम्मुख रखी थी, महात्मा गाँधी ने ही सबसे पहले हिंदी को जन मानस की भाषा कहा था। साल 1949 में स्वतंत्र भारत की राजभाषा के प्रश्न पर 14 सितम्बर 1949 को काफी सोच विचार के बाद सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया था की

भारतीय संविधान के भाग 17 के अध्याय के एक अनुच्छेद 343 (1) में में इस प्रकार वर्णित है की देश की राष्ट्रभाषा हिंदी और भाषा की लिपि देवनागरी होगी। संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप अंतर्राष्ट्रीय परिषद् के द्वारा स्वीकृत रूप में होगा।

यह निर्णय 14 सितम्बर को लागु किया गया था, इसी दिन हिंदी भाषा के मूर्धन्य साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह का 50 वां जन्मदिवस था, इसी कारन हिंदी भाषा का दिन मनाने के लिए इस दिन को उपयुक्त माना गया था। हालाँकि जब हिंदी को राज भाषा का दर्जा दिया गया तो देश के बहुत से प्रांतों में इसका विरोध होने लगा,

क्योंकि भारत में कुछ ऐसे स्थान भी थे जहाँ के लोग न तो हिंदी समझ पाते थे और न ही उन्हें लिखने का तरीका मालूम था। हिंदी का अत्यधिक विरोध होने के बाद अंग्रजी को भी राज भाषा का दर्जा देना पड़ा था। अंग्रेजी को मान्यता मिलने के बाद से ही हिंदी में अंग्रेजी का प्रभाव दिखने लगा था।

मौजूदा समय में अधिकतर राज्यों को हिंदी को ही प्राथमिकता दी गयी है कुछ गिने चुने राज्य भी हैं जिनमें हिंदी और अंग्रेजी के साथ साथ उस क्षेत्र की भाषा को भी मान्यता प्राप्त है।

हिंदी दिवस का कार्यक्रम

हिंदी दिवस के दौरान बहुत से साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन हिंदी समितियों के द्वारा किया जाता है। इस दिन स्टूडेंट्स को हिंदी का सम्मान और दैनिक व्यवहार में इसे उपयोग करने के लिए अच्छी तालीम दी जाती है। इस दिन बहुत सी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, इस दिन निबंध लेखन, वाद विवाद, हिंदी लेखन शैली के जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। हिंदी दिवस के दिन हिंदी के ऊपर काम कर रहे विभिन्न लोगों को बहुत से पुरुस्कारों से सम्मानित किया जाता है,

इसके अतिरिक्त प्रतियोगिताएं में भाग लेने वाले स्टूडेंट्स को भी सम्मानित किया जाता है। इन प्रतियोगिताओं में जीतने वाले प्रतिभागियों को लाखों रुपयों का इनाम दिया जाता है। हिंदी निबंध प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को हिंदी भाषा का महत्त्व और उसके उत्थान के लिए अपने सुझाव देने पड़ते हैं। बहुत से स्थानों में ये कार्यक्रम एक सप्ताह तक चलते हैं जिन्हे हम सब हिंदी सप्ताह के नाम से जानते हैं।

हिंदी सप्ताह के उपलक्ष्य में निम्न कार्यक्रमों का आयोजन आयोजक समितियों के द्वारा किया जाता है –

1. हिंदी निबंध लेखन 2. काव्य गोष्ठी 3. कवी सम्मलेन 4. वाद विवाद 5. श्रुत लेखन प्रतियोगिता 6. पुरुस्कार समारोह 7. विचार गोष्ठी 8. हिंदी टंकण प्रतियोगिता 9. राज भाषा सप्ताह

हिंदी दिवस का उत्पादक | हिंदी दिवस कब मनाया जाता है और क्यों

बोलने वालों के संख्या के आधार पर हिंदी अंग्रेजी और चीनी भाषा के बाद तीसरे सबसे बड़ी भाषा है। लेकिन इस भाषा को अच्छे तरह से समझने, बोलने और लिखने वालों की संख्या बहुत ही कम है और दिन प्रतिदिन इस भाषा के समझने और लिखने वालों की संख्या कम होती जा रही है।

इसके साथ ही हिंदी भाषा के ऊपर अंग्रेजी का प्रभाव भी बढ़ता ही जा रहा है और कई शब्द प्रचलन से पूरी तरह से विलुप्त हो गए हैं और इन शब्दों की जगह अंग्रेजी के शब्दों ने ले ली है। इन कारणों की वजह से हिंदी भाषा भी धीरे धीरे विलुप्त होती जा रही है।

इस कारन ऐसे लोग जो हिंदी भाषा को अच्छी तरह से समझते हैं उन्हें हिंदी के प्रति अपने कर्तव्य के कारण हिंदी दिवस को मनाया जाता है जिससे की वो अपने कर्तव्य पालन से पीछे न हटें और आने वाली पीढ़ियों से हिंदी भाषा को विलुप्त होने से बचा सके

और उन्हें इसके बारे में बताते रहें। हिंदी के प्रति लोगों और सरकारों की उदासीनता लगभग एक सामान ही दिखाई देती है। मौजूदा समय में हिंदी का आलम तो यह है की वह अपने घर में ही एक दासी के सामान रहती है। हिंदी को आज तक संयुक्त राष्ट्र संघ की मानता भी पूरी तरह से नहीं मिली है।

विडंबना की स्थति तो यहाँ तक है की योग को 171 से अधिक देशों ने मान्यता दी हुई है जबकि हिंदी को मान्यता देने के लिए महज 129 देशों के समर्थन की जरुरत है।  इसके ऐसे हालात हैं की  दिन ट्विटर के अंदर लोगों को हिंदी में समर्थन में ट्रेंड भी चलाने पड़ते हैं। यहाँ तक की देश के सबसे प्रतिष्ठित अख़बारों में अमर उजाला ने तो अपने एक पेज में हिंदी को बोलने के लिए लोगों से निवेदन किया था।

हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है | (Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai)

हिंदी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी के प्रति जागरूक करने का है। क्योंकि जब तक लोग इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे तब तक इस भाषा का विकाश नहीं हो सकता है।

इस एक विशेष दिन भी हिंदी भाषा को सरकारी दफ्तरों में भी उपयोग किये जाने की सलाह दी जाती है। अगर हमारे देश के सभी निवासी एक साथ खड़े होकर हिंदी का समर्थन नहीं करेंगे तो हमारे देश से यह भाषा धीरे धीरे पूरी तरह से लुप्त हो जाएगी।

Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai – अंतिम शब्द

Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai : दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको पूरी जानकारी दिए हैं कि हिंदी दिवस मनाने का कारण क्या है?, (Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai) हिंदी दिवस कब मनाया जाता है और क्यों मनाया जाता है?, हिंदी दिवस 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है?, हिंदी दिवस के बारे में पूरी जानकारी, इस आर्टिकल के माध्यम से दिए हैं अगर आपको या आर्टिकल पसंद आया है तुम आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और कमेंट में अपना फीडबैक देना ना भूलें

Hindi Diwas Kyu Manaya Jata Hai FAQ

Q : हिंदी दिवस किसकी याद में मनाया जाता है?

Ans : हिंदी दिवस किसी के याद में नहीं मनाया जाता है बल्कि जब संविधान शुरू हुआ था उसी समय से हिंदी दिवस मनाना शुरू किया गया था

Q : विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत किसने की?

Ans : पूरे विश्व में हिंदी दिवस नहीं मनाया जाता है बल्कि सिर्फ भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है

Q : 14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है?

Ans : जब संविधान बनकर तैयार हुआ और लागू करने की बारी आई तो उसी समय यह निर्णय लिया गया कि हमारी मातृभाषा हिंदी को ज्यादा से ज्यादा बोला जाए

Q : हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई?

Ans : हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत 14 सितंबर 1949 ईस्वी से शुरू हुआ

Q : हिंदी दिवस की शुरुआत किसने की थी?

Ans : हिंदी दिवस की शुरुआत तो केंद्र सरकार ने 1949 ईस्वी में किया था

Q : हिंदी दिवस कब से शुरू हुआ?

Ans : हिंदी दिवस 1949 ईस्वी से शुरू किया गया जिसे भारत का राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया गया

इन्हें भी पढ़ें:

Leave a Comment