डाटा क्या है (Data kya hai) और इसके प्रकार – What is Data in Hindi

Data kya hai :क्या आप गूगल पर सर्च कर रहे हैं डाटा क्या है?, (Data kya hai), डाटा कैसे काम करता है या डेटा किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं, तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें – What is Data in Hindi

क्योंकि इस Article के माध्यम से हमने आपको डाटा के बारे में पूरी जानकारी दे दी है इस आर्टिकल को अगर आप इस Article को पूरा पर लेते हैं तब आपको DATA के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी और आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी इसलिए आप इस Article को पूरा पढ़ें

डाटा का क्या अर्थ है?

Data kya hai : आप किसी भी बैक ग्राऊंड से ताल्लुक रखते हों लेकिन आपने अपने जीवन में कभी न कभी डेटा शब्द का उच्चारण जरूर किया होगा। लेकिन उसके बाद भी हम सबके मन में यह सवाल जरूर पनपता है की आख़िरकार ये डेटा क्या है ? और सभी जगहों में इस शब्द का उच्चारण और जिक्र बार बार क्यों होता है। 

यदि आप डेटा के सच्चे अर्थ को जानना चाहते हैं तो आपको इस लेख में डेटा से सम्बंधित पूरी जानकारिओं विस्तार से मिलेगी।

वैसे डेटा सिर्फ एक कम्प्युटराइज़्ड फैक्ट नहीं है बल्कि यह तो एक प्लेन फैक्ट भी है। यह डेटा कुछ भी हो सकता है चाहे वो किसी देश की आबादी हो या किसी अस्पताल के मरीजों की संख्या। इन सभी मानकों के साथ डेटा को वर्गीकृत किया जाता है।

डेटा क्या है? | Data kya hai

Data kya hai : डेटा को हम ऐसे कह सकते हैं की यह एक  representation होता है जिसमें हम और आप किसी भी प्रकार के फैक्ट्स , कॉन्सेप्ट या फिर इंस्ट्रक्शन को एक व्यवस्थित ढंग से रखा जाये।

डेटा को हम कैरेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित करते हैं जैसे की अल्फाबेट्स (A – Z या a – z) , नंबर्स (0 से 9 तक) , स्पेशल कैरेक्टर्स ( + , – , / , * , < , > , = ) इत्यादि। ये डेटा कुछ भी हो सकता है कोई कैरेक्टर्स , नंबर , ऑडियो , वीडियो , पिक्चर आदि।

डेटा प्रोसेसिंग क्या है? (What is Data processing.)

रॉ डेटा को प्रोसेस करके उसे सुसज्जित और सार्थक तरीके से कन्वर्ट करके सम्प्रेषण करने की प्रक्रिया को ही डेटा प्रोसेसिंग के नाम से जाना जाता है। हम जब भी अपने सिस्टम में किसी डेटा को इनपुट करते हैं तो वह डेटा रॉ फॉर्म में होता है और उस पूरी प्रोसेस के बाद जो आउटपुट प्राप्त होता है उसे ही सब इन्फॉर्मेशन के नाम से जानते हैं।

डेटा प्रोसेस के मुख्य रूप से तीन चरण होते हैं

1. डेटा को इनपुट करना

इनपुट चरण में हम जब अपने डेटा को इनपुट डिवाइस के माध्यम से इनपुट करते हैं तो हमारा डेटा सिर्फ बाइनरी फॉर्म में जाता है।

इनपुट डिवाइस (Input Device)

इनपुट डिवाइस कम्प्यूटर की वह यूनिट होती है जिसमें डाटा और कमांड को इंस्ट्रक्शन दिया जाता है। उदाहरण – कीबोर्ड , माउस , ट्रैकबॉल , जॉय स्टिक स्कैनर , बारकोड स्कैनर आदि।

2. डेटा को प्रोसेस करना

CPU की मदद से इनपुट किये गए डेटा को प्रोसेस किया जाता है। इस डेटा को CPU के एक विशेष भाग ALU के अंदर प्रोसेस किया जाता है।

अर्थमैटिक लॉजिकल यूनिट (ALU)

अर्थमैटिक लॉजिकल यूनिट (ALU) कम्प्यूटर की वह यूनिट होती है जिसके अंदर सभी प्रकार की मैथेमैटिकल और लॉजिकल ऑपरेशन को पूरा किया जाता है। अर्थमैटिक लॉजिकल यूनिट (ALU) , सीपीयू (Central Processing Unit) का मुख्य भाग होता है और यह प्रोसेसर के अनार स्थित होता है।

 कंट्रोल यूनिट (CU) , अर्थमैटिक लॉजिकल यूनिट (ALU) मिलाकर ही सीपीयू (Central Processing Unit) का निर्माण करते हैं। सीपीयू (Central Processing Unit) को कम्प्यूटर का मस्तिष्क कहा जाता है। सीपीयू (Central Processing Unit) हमारे पूरे कम्प्यूटर सिस्टम को कंट्रोल करता है।

3. डेटा का आउटपुट प्रदान करना

डेटा जब प्रोसेस हो जाता है तो आउटपुट हमें इन्फॉर्मेशन के रूप में प्राप्त होता है और यही इन्फॉर्मेशन यूजर एक लिए बहुत उपयोगी होती है। यूजर आउटपुट  डेटा को स्टोर भी कर सकते हैं , ताकि जरुरत के वक़्त यूजर उस डेटा को अपने उपयोग के अनुसार इस्तेमाल कर सके।

आउटपुट डिवाइस (Output Device)

आउटपुट डिवाइस कम्प्यूटर की वह यूनिट होती है जो इंस्ट्रक्ट डाटा को अपने अंदर एग्जिक्यूट करता है और फिर रिजल्ट को दर्शाता है। उदाहरण – मॉनिटर स्क्रीन , प्रिंटर , स्पीकर आदि।

डेटा के प्रकार (Types of Data)

अलग अलग फॉर्म होने के वजह से डेटा को निम्न भागों में वर्गीकृत कर सकते हैं –

1. संख्यात्मक डेटा (Numerical Data)

ऐसा डेटा जो संख्याओं के रूप में स्थित होता है उसे ही संख्यात्मक डेटा (Numerical Data) कहते हैं। उदाहरण के लिए – 0, 1 , 2 , 3 , 4 , 5 , 6 , 7 , 8 , 9 । 

2. अक्षरात्मक डेटा (Alphabetic  Data)

ऐसा डेटा जो अक्षरों के रूप में स्थित होता है उसे ही अक्षरात्मक डेटा (Alphabetic  Data) कहते हैं। उदाहरण के लिए –  A – Z और a – z । 

3. चिन्हात्मक डेटा (Alpha Numeric Data)

ऐसा डेटा जो स्पेशल कैरेक्टर्स के रूप में स्थित होते हैं उसे ही चिन्हात्मक डेटा (Alpha Numeric Data) कहते हैं। उदाहरण के लिए – @ , # , $ , % , ^ , & , * , < , > , ? , / , \ , |

4. वीडियो डेटा (Video Data)

ऐसा डेटा जो विडिओ के रूप में स्थित होता है उसे ही वीडियो डेटा (Video Data) के नाम से सभी लोग जानते हैं। उदाहरण के लिए – विडिओ क्लिप।

5. ध्वनि डेटा (Sound Data)

ऐसा डेटा जो ध्वनियों के रूप में हमारे सिस्टम में स्टोर रहता है उसे ही ध्वनि डेटा (Sound Data) के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के लिए – गाने या रिंगटोन आदि।

6. ग्राफिकल डेटा (Graphical Data)

ऐसा डेटा जो ग्राफ़िक की मदद से हमारे सिस्टम में स्टोर रहता है उसे ही ग्राफिकल डेटा (Graphical Data) के नाम से जाना जाता है। उदाहरण के लिए :- इमेज , पिक्चर इत्यादि।

डेटा को कैसे दर्शाया जाता है (How To Describe Data)

डेटा को दर्शाने के लिए यूजर नंबर्स , अल्फाबेटिकल्स , स्पेशल कैरेक्टर्स या फिर साउंड या वीडियो के माध्यम से दर्शाता है। डेटा को दर्शाने के लिए मुख्य रूप से दो तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है –

  1. एनालॉग डेटा (Analogue Data)
  2. डिजिटल डेटा (Digital Data)

1. एनालॉग डेटा (Analogue Data)

ऐसा डेटा जिसे हम भौतिक रूप से महसूस कर सकते हैं और उस डेटा को भौतिक रूप से दर्शा सकते हैं उसे एनालॉग डेटा (Analogue Data) के नाम से जाना जाता है। एनालॉग डेटा (Analogue Data) को यूजर भौतिक रूपं से स्टोर कर सकते हैं। भौतिक रूप से स्टोरेज यूनिट के कुछ उदाहरण VCR कैसेट या अन्य नॉन डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स हैं। पुराने समय में दीवारों में जिन तस्वीरों को बनाया जाता था वो भी एनालॉग डेटा (Analogue Data) का ही एक रूप है।

2. डिजिटल डेटा (Digital Data)

ऐसा डेटा जिसे यूजर डिजिटल रूप से महसूस कर सकते हैं और उस डेटा को डिजिटल रूप से दर्शा सकते हैं उसे डिजिटल डेटा (Digital Data)  के नाम से जाना जाता है। डिजिटल डेटा (Digital Data) को यूजर डिजिटली करण के माध्यम से अपने सिस्टम में स्टोर कर सकते हैं। डिजिटल डेटा (Digital Data) को यूजर फाइल्स , इमेज , वीडियो या फिर ऑडियो के रूप में स्टोर कर सकते हैं।

डेटा को कैसे स्टोर करते हैं (How To Store Data )

जब भी हमारे पास किसी भी प्रकार का डेटा मौजूद होता है तो उसे स्टोर करने के लिए हमें स्टोरेज की आवश्यकता होती है। नीचे हम आपको डेटा को कैसे स्टोर करें ? आपके इस सवाल का जवाब विस्तार से बताएँगे –

डिजिटल दुनिया में हम डेटा को दो तरीकों के साथ स्टोर कर सकते हैं –

  1. टेम्प्रेरी स्टोरेज (Temporary Storage)
  2. परमानेंट स्टोरेज (Permanent Storage)

1. टेम्प्रेरी स्टोरेज (Temporary Storage)

टेम्प्रेरी स्टोरेज (Temporary Storage) में डेटा को  टेम्प्रेरी रूप से स्टोर किया जाता है। ये  टेम्प्रेरी डेटा RAM के अंदर स्टोर होती है। जब भी आप अपने सिस्टम में कुछ भी एक्टिविटी करते हैं तो वह तुरंत ही  टेम्प्रेरी स्टोरेज में सेव हो जाता है और जैसे ही सिस्टम का पावर ऑफ़ होता है तो RAM के अंदर उपस्थित सभी डेटा साफ हो जाता है।

 कंप्यूटर मेमोरी का उपयोग, कम्प्यूटर के अंदर किसी भी प्रकार का डेटा स्टोर किया जाता है। कम्प्यूटर की मेमोरी का उपयोग रिजल्ट्स को भी स्टोर रखने के लिए भी किया जाता है। कंप्यूटर मेमोरी को मुख्य रूप से दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है –

  1. RAM (Random Acces Memory)
  2. ROM (Read Only Memory)

RAM (Random Access  Memory)

कम्प्यूटर के पढ़ने और लिखने की मेमोरी को ही  RAM (Random Access  Memory) कहा जाता है। जिससे यूजर अपने योग्यता के अनुसार डेटा को इस्तेमाल कर सकता है।  RAM (Random Access  Memory) को दो भागों में बांटा गया है –

  1. डायनामिक RAM (Dynamic RAM)
  2. स्टैटिक RAM (Static RAM)

ROM (Read Only Memory)

ROM कम्प्यूटर की एक नॉन वोलटाइल मेमोरी होती है ,इस मेमोरी के डेटा में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। इसमें केवल यूजर इन्फॉर्मेशन को पढ़ सकता है और इसमें किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं कर सकता है। ROM को तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है –

  1. प्रोग्रामेबल रीड ओनली मेमोरी (Programmable Read Only Memory)
  2. इरेजबल प्रोम (Erasable PROM)
  3. फ्लैश मेमोरी (Flash Memory)

2. परमानेंट स्टोरेज (Permanent Storage)

परमानेंट स्टोरेज (Permanent Storage) में डेटा को हमेशा के लिए स्टोर किया जाता है। डेटा को परमानेंट तरीके से स्टोर करने के लिए हार्ड डिस्क ड्राइव , SSD या फिर पेन ड्राइव के माध्यम से स्टोर किया जाता है। परमानेंट स्टोरेज (Permanent Storage) में डेटा तब तक डिलीट नहीं होता है जब तक यूजर खुद उस डेटा को डिलीट न करें। परमानेंट स्टोरेज (Permanent Storage) को आम बोल चाल की भाषा में सेकंड्री स्टोरेज के नाम से भी जाना जाता है।

डेटा मापने की इकाई (Units of Data)

डिजिटल डेटा को निम्न रूप में मापा जाता है

1 Bit =1 Binary Digit
4 Bits =1 Nibble
8 Bit =1 Byte
1024 Byte =1 Kilobyte
1024 Kilobyte =1 Megabyte
1024 Megabyte=1 Gigabyte
1024 Gigabyte =1 Terabyte
1024 Terabyte =1 Petabyte

अंतिम शब्द – Data kya hai

Data kya hai : तो दोस्तों हमने आपको इस Article के माध्यम से डाटा के बारे में पूरी जानकारी दे दी है कि डाटा क्या है? (Data kya hai), डाटा का अर्थ क्या है, डेटा किसे कहते हैं, डेटा कितने प्रकार के होते हैं?, डाटा क्या है और इसका उदाहरण क्या है?, अगर आपको पसंद आया है तो आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें अगर आपके मन में किसी भी तरह का कोई भी सवाल है तो कमेंट में जरूर बताएं

Q : Data kya hai

Ans : डाटा हमारा जानकारी होता है चाहे वह किसी भी चीज का जानकारी हो जिसे हम अपनी कंपनी में या अपने लैपटॉप में रखते हैं वह हमारा डाटा होता है डाटा कई फॉर्मेट में होते हैं जैसे की Video, MP3, Photo, Document इस तरह के बहुत सारे तरह के डाटा होते हैं

Q : डाटा का क्या अर्थ है?

Ans : डाटा का अर्थ होता है कि हम कोई भी फाइल सेव करके रखें व्हाट डाटा कहलाता है डाटा कई फॉर्मेट में हो सकते हैं

Q : डेटा किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?

Ans : डाटा हमारा फाइल होता है जो कि कोई भी फॉर्मेट में हो सकता है और डाटा कई प्रकार के होते हैं

Q : डाटा कैसे काम करता है?

Ans : जो भी हम मोबाइल में फोटो खींचते हैं या वीडियो बनाते हैं यह सब हमारा बेटा होता है जो कि हम कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं डाटा हम लैपटॉप में कंप्यूटर में चला सकते हैं

Q : डाटा क्या है और इसका उदाहरण क्या है?

Ans : डाटा का काम होता है अगर हम कोई भी फाइल बनाए हैं या डाउनलोड किए हैं जिसमें हमारा जानकारी होता है उस फाइल को डाटा कहा जाता है

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