कम्प्यूटर का अर्थ और कम्प्यूटर का परिभाषा, कम्प्यूटर की समस्त जानकारी | Computer ki Paribhasha

Computer ki Paribhasha: बहुत सारे लोगों Google पर सर्च करते हैं कंप्यूटर क्या है?, कंप्यूटर का अर्थ तो दोस्तों इस Article को पूरा पढ़ें इस आर्टिकल में आपको कंप्यूटर का अर्थ के बारे में बताने वाले हैं और कंप्यूटर की परिभाषा क्या है? (Computer ki Paribhasha)

इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कंप्यूटर की विशेषताएं, कंप्यूटर की परिभाषा हिंदी में (Computer ki Paribhasha), कंप्यूटर का अर्थ और परिभाषा, कंप्यूटर सिस्टम की परिभाषा, कंप्यूटर के प्रकार, यह सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे

मौजूदा समय में कम्प्यूटर की अहमियत क्या है ये किसी से भी छुपी नहीं है। वर्तमान समय में कम्प्यूटर के ऊपर हर एक चीज़ निर्भर है चाहे वो शिक्षा हो स्वास्थ्य हो सुरक्षा हो हर एक चीज़ में कम्प्यूटर की आवश्यकता है। लेकिन बहुत से लोगों को कम्प्यूटर के बारे में कोई भी सटीक जानकारी नहीं होती है।

कम्प्यूटर के बारे में लोगों की अशिक्षा का आलम यहां तक है की उन्हें कम्प्यूटर के सम्बन्ध में कोई भी जानकारी नहीं होती है , आसान शब्दों में बताएं तो उन्हें कम्प्यूटर पहले अक्षर के बराबर का भी नॉलेज नहीं होता है। वर्तमान समय में जिस भी व्यक्ति को कम्प्यूटर की बेसिक जानकारी नहीं होती है उसे लोग पिछड़ा हुआ मानते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कम्प्यूटर की परिभाषा और उसके प्रकारों के बारे में सभी जानकारी विस्तार से देंगे।

कम्प्यूटर की परिभाषा | Computer ki Paribhasha

Computer ki Paribhasha : कम्प्यूटर की परिभाषा बहुत ही सरल है ” कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन या यंत्र है जो की प्रोसेस कैलक्युलेशन और ऑपरेशन को परफॉर्म करती है। कम्प्यूटर को कुछ विशेष सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर प्रोग्राम्स के द्वारा इंस्ट्रक्शन दी जाती है। “

कम्प्यूटर की परिभाषा अंग्रेजी में | कंप्यूटर की परिभाषा in english

“A Computer is an electronic machine that can solve different problems, process data, store & retrieve data and perform calculations faster and efficiently than humans” .

कम्प्यूटर के प्रकार | Types Of Computer

अगर हम कम्प्यूटर के प्रकारों की बात करें तो कम्प्यूटर को उसके आकर , उसके काम और उसके मैकेनिज़्म के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है, कम्प्यूटर को मुख्य रूप से निम्न तीन भागों में विभाजित किया गया है –

  1. (क) काम के आधार पर (Based On Applications)
  2. (ख) उद्देश्य के आधार पर (Based On Purpose)
  3. (ग) आकार के आधार पर (Based On Size)

(क) काम के आधार पर (Based On Applications)

कम्प्यूटर को उसके काम के आधार पर भी तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है –

  1. एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)
  2. डिजिटल कम्प्यूटर (Digital Computer)
  3. हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer)

1. एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) | एनालॉग कंप्यूटर क्या है?

एनालॉग कम्प्यूटर वह कम्प्यूटर होते हैं जो भौतिक मात्राओं, जैसे दाब , लम्बाई , तापमान आदि को मापकर उनकी गणना को अंकों में व्यक्त करते हैं। इन कम्प्यूटर्स की गति बहुत ही अधिक कम होती है। इन कम्प्यूटर्स का उपयोग  मुख्य रूप से इंजीनियरिंग और विज्ञान के क्षेत्र में किया जाता है। एनालॉग कंप्यूटर को अब आम उपयोग के लिए सही नहीं माना जाता है। 

एनालॉग कंप्यूटर के कुछ उदाहरण – एक साधारण घड़ी , गाड़ी के मीटर , वोल्ट मीटर आदि एनालॉग कंप्यूटर के आदर्श उदाहरण हैं।

2. डिजिटल कम्प्यूटर (Digital Computer) | डिजिटल कम्प्यूटर क्या है

 डिजिटल कम्प्यूटर वह कम्प्यूटर होते हैं जो इलेक्रॉनिक संकेतों का उपयोग करते हैं और उनकी गणना भी इलेक्ट्रानिक तरीके के साथ करते हैं। वर्तमान समय में अधिकतर डिजिटल कम्प्यूटर ही चलन पर हैं। इन कम्प्यूटर्स में गणना के लिए बाइनरी नंबर्स (0 और 1) का इस्तेमाल किया जाता है। डिजिटल कम्प्यूटर में कोई भी डाटा इन्ही बाइनरी नम्बर्स के रूप में स्टोर होते हैं।

डिजिटल कम्प्यूटर के कुछ उदाहरण – कैलक्युलेटर और गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाले डिजिटल मीटर।

3. हाइब्रिड कम्प्यूटर (Hybrid Computer) | हाइब्रिड कम्प्यूटर क्या है

हाइब्रिड कम्प्यूटर मुख्य रूप से एनालॉग कम्प्यूटर और डिजिटल कम्प्यूटर का मिश्रित रूप होते हैं। हाइब्रिड कम्प्यूटर में एनालॉग और डिजिटल कम्प्यूटरों दोनों के गुण होते हैं। हाइब्रिड कम्प्यूटर में गणना के लिए डिजिटल फॉर्म का इस्तेमाल किया जाता है , इस कम्प्यूटर में इनपुट और आउटपुट दोनों ही एनालॉग सिग्नल्स से आते हैं।

हाइब्रिड कम्प्यूटर के कुछ उदाहरण – हाइब्रिड कम्प्यूटर का मुख्य रूप से इस्तेमाल हॉस्पिटल, डिफेन्स , और वैज्ञानिक गतिविधियों में किया जाता है।

(ख) उद्देश्य के आधार पर (Based On Purpose)

उद्देश्य के आधार पर कम्प्यूटर को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है

1. General Purpose Computers

General Purpose Computers : General Purpose Computers ऐसे कम्प्यूटर्स होते हैं जिन्हे उजर सामान्य कामों जैसे – शब्द प्रक्रिया (word processing) , डेटाबेस प्रबंधन (database management) , टाइपिंग आदि कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन कम्प्यूटर्स की कार्य क्षमता निर्धारित होती है , ये कम्प्यूटर अपनी क्षमता से अधिक का काम नहीं कर सकते हैं।

2. Special Purpose Computers

Special Purpose Computers : Special Purpose Computers को किसी खास मकसद से तैयार किया जाता है। इन कम्प्यूटर में इनकी सीपीयू की क्षमता बहुत अधिक होती है। इन कम्प्यूटर में आवश्यकता के अनुसार सभी डिवाइस लगे होते हैं जैसे की – अच्छे प्रोसेसर (Processor) , अच्छी रैम (RAM) क्वालिटी के साथ अच्छी हार्ड डिस्क(Hard Disk ) का भी इस्तेमाल होता है। 

Special Purpose Computers के कुछ इस्तेमाल – मौसम विभाग (Weather Department) , यातायात नियंत्रण (Traffic Control) , चिकित्सा (Medical) , अंतरिक्ष विज्ञान (Space Science) , प्रक्षेपास्त्र का नियंत्रण (Missile control) और इंजीनियरिंग (Engineering) के क्षेत्र में।

(ग) आकार के आधार पर (Based On Size)

आकार के आधार पर कम्प्यूटर को चार भागों में विभाजित किया गया है –

  1. मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Main Frame Computer)
  2. मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer)
  3. माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer)
  4. सुपर कम्प्यूटर (Super Computer)

1. मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Main Frame Computer) | मेनफ्रेम कम्प्यूटर क्या है?

Mainframe Computer kya hai : मेनफ्रेम कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े होते हैं साथ ही इन कम्प्यूटर्स की कार्य क्षमता भी अन्य कम्प्यूटर्स की तुला में बहुत ज्यादा होती है।  मेनफ्रेम कम्प्यूटर में लगे हुए माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) की संख्या भी बहुत अधिक होती है।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर कम्प्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी भी अन्य कम्प्यूटर्स की तुलना में बहुत अधिक होती है और  मेनफ्रेम कम्प्यूटर की कार्य गति में अन्य कम्प्यूटर्स की तुलना में बहुत अधिक होती है। मेनफ्रेम कम्प्यूटर में मुख्यतः 32 बिट (Bit) या 64 बिट (Bit) के माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) इस्तेमाल होते हैं साथ ही इन कम्प्यूटर्स में एक साथ बहुत से लोग काम भी कर सकते हैं।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर को नेटवर्क और माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) के साथ परस्पर जोड़ा जाता है। मेनफ्रेम कम्प्यूटर में ऑनलाइन रहकर आप एक साथ भरी संख्या में डाटा को प्रोसेस कर कर सकते हैं।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर के उपयोग – बड़ी कंपनियों , बैंक की सुरक्षा , डिफेन्स में तथा अंतरिक्ष में भी इन कम्प्यूटर्स का इस्तेमाल किया जाता है।

2. मिनी कम्प्यूटर (Mini Computer) | मिनी कम्प्यूटर क्या है?

Mini Computer kya hai : मिनी कम्प्यूटर, मध्यम आकर के कम्प्यूटर्स होते हैं , इन कंप्यूटर्स का आकार मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा और माइक्रो कम्प्यूटर्स से बड़ा होता है। पहला मिनी कम्प्यूटर जिसका नाम पीडीपी-8 (PDP-8) था और इस मिनी कम्प्यूटर का आकार एक रेफ्रिजरेटर के बराबर था , इस मिनी कम्प्यूटर का अविष्कार DEC (Digital Equipment Corporation) नामक कंपनी ने साल 1965 में किया था। मिनी कम्प्यूटर , माइक्रो कम्प्यूटर की तुलना में अधिक काम कर सकते हैं।

मिनी कम्प्यूटर में एक से अधिक माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) इस्तेमाल होते हैं और इन कम्प्यूटर्स की स्टोरेज और स्पीड भी अन्य कम्प्यूटर्स की तुलना में अधिक होती है। मिनी कम्प्यूटर पर एक समय में एक से अधिक लोग काम कर सकते हैं। मिनी कम्प्यूटर की कीमत भी कुछ अधिक होती है जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल किसी विशेष काम में ही किया जाता है।

मिनी कम्प्यूटर के मुख्य उपयोग – रेलवे आरक्षण , बड़े ऑफिस , कोई बड़ी कम्पनी

3. माइक्रो कम्प्यूटर (Micro Computer) | माइक्रो कम्प्यूटर क्या है?

Micro Computer kya hai : माइक्रो कम्प्यूटर, कम्प्यूटर का सबसे छोटा रूप है। इस कम्प्यूटर का विकास साल 1970 में हुआ था और जब से सीपीयू के अंदर माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) इस्तेमाल किया जाने लगा तभी इसका जन्म हुआ।

माइक्रो कम्प्यूटर में मुख्य रूप से एक ही माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) का इस्तेमाल होता है। माइक्रो कम्प्यूटर में मुख्य रूप से 8 16 , 32 , 64 बिट के माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) का इस्तेमाल होता है। माइक्रो कम्प्यूटर इजात करने का श्रेय IBM कंपनी को दिया जाता है।

VLSI (Very Large Scale Integration) और ULSI (Ultra Large Scale Integration) से माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) की साइज में कमी आई है और इस कमी से कम्प्यूटर की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। मल्टीमीडिया और इंटरनेट के विस्तार ने माइक्रो कम्प्यूटर की उपयोगिता को हद से ज्यादा बढ़ा दिया है।

माइक्रो कम्प्यूटर के उपयोग – घर , स्कूल , दफ्तर के अलावा भी इसका इस्तेमाल अधिकतर जगहों में किया जाता है।

माइक्रो कम्प्यूटर के उदाहरण – पर्सनल कम्प्यूटर , लैपटॉप आदि।

4. सुपर कम्प्यूटर (Super Computer) | सुपर कम्प्यूटर क्या है?

Super Computer kya hai : सुपर कम्प्यूटर कम्प्यूटर की श्रेणी में सबसे बड़ा कम्प्यूटर माना जाता है और यह कम्प्यटर सभी श्रेणियों में अन्य कम्प्यूटर की तुलना में बहुत अधिक बड़ा होता है। सुपर कम्प्यूटर को नॉन वॉन न्युमेन सिद्धांत (non von neumann concept) के आधार पर ही तैयार किया जाता है।

सुपर कम्प्यूटर में बहुत से माइक्रो प्रोसेसर (Micro Processor) और डिवाइस लगे रहते हैं। सुपर कम्प्यूटर को विशेष कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सुपर कम्प्यूटर अन्य कम्यूटर्स की तुलना में बहुत अधिक महगा होता है। इस कम्प्यूटर में बहुत से प्रोसेसर समांतर श्रेणी में लगे रहते हैं। सुपर कम्प्यूटर की मेमोरी पावर भी बहुत अधिक होती है और इस कम्प्यूटर में एक साथ बहुत से यूजर एक ही समय में काम कर सकते हैं।

विश्व का पहला सुपर कम्प्यूटर बनाने का श्रेय अमरीकी कंपनी क्रे के रिसर्च कंपनी को दिया जाता है और इस कम्पनी ने क्रे के 1 – एस नाम का सुपर कम्प्यूटर साल 1979 में बनाया था। कुछ अन्य सुपर कम्प्यूटर्स के उदाहरण निम्न हैं – CRAY – 2,  CRAY XMP – 24 और NEC – 500 आदि।

सुपर कंप्यूटर क्या है और इसके उपयोग

सुपर कंप्यूटर क्या है :सुपर कंप्यूटर का काम होता है घंटों का काम मिनटों में करना या सेकंड में करना सुपर कंप्यूटर बड़े-बड़े कंपनी में लगाए जाते हैं और बड़े-बड़े फैक्ट्री में लगाए जाते हैं ताकि घंटों का काम सेकंड में किया जा सके सुपर कंप्यूटर इतना तेज होता है कि वह कोई भी काम बहुत ही आसानी के साथ कर सकता है

सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़े बड़े वैज्ञानिक करते हैं परमाणु उपकरणों में इस्तेमाल किया जाता है और पेट्रोलियम के क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है

सुपर कंप्यूटर के बारे में और भी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पढ़ें – सुपर कंप्यूटर क्या हैं?

वर्तमान में भारत में सुपर कंप्यूटर कौन सा है?

हमारा देश भारत दुनिया के उन कुछ चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हैं जिनके पास उनका खुद का सुपर कम्प्यूटर है।

भारतीय सुपर कम्प्यूटर्स के कुछ उदाहरण – परम सुपर कम्प्यूटर , अनुपम सुपर कंप्यूटर , फ्लोसॉवर सुपर कंप्यूटर इन सुपर कम्प्यूटर्स में कुछ बदलाव करके वैज्ञानिकों ने इनकी सीरीज़ भी लॉन्च की है।  जैसे की – परम 10000 , परम युवा आदि।

Computer ki Paribhasha – अंतिम शब्द

Computer ki Paribhasha : दोस्तों हमने आपको इसके इस आर्टिकल के माध्यम से पूरी जानकारी दे दिए हैं कि कंप्यूटर का परिभाषा क्या है? (Computer ki Paribhasha) और कंप्यूटर का अर्थ क्या है कंप्यूटर से रिलेटेड पूरी जानकारी दे दिए हैं अगर आपको और भी कोई जानकारी चाहिए तो नीचे हमने लिंक दिया है आप उसे पढ़ सकते हैं क्योंकि हमारे लाइफ का एक हिस्सा बन गया है कोई भी काम करना होता है तो 90% काम Computer कर देता है इसीलिए आपको के बारे में जानकारी होनी चाहिए

Computer ki Paribhasha FAQ

Q : कंप्यूटर की परिभाषा क्या है हिंदी में?

Ans : कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसकी मदद से हम अपने घंटों का काम सेकंडो में कर सकते हैं अभी के समय में कंप्यूटर हमारी जीवन का एक हिस्सा बन गया है

Q : कंप्यूटर का पुराना नाम क्या है?

Ans : कंप्यूटर का हिंदी नाम संगणक है

Q : कंप्यूटर के मुख्य कार्य क्या है?

Ans : कंप्यूटर का मुख्य कार्य होता है किसी भी काम को तुरंत करना मतलब की घंटों का काम सेकंड में करना

Q : कंप्यूटर के पार्ट कितने होते हैं?

Ans : कंप्यूटर के बहुत सारे पाठ होते हैं लेकिन कुछ मुख्य पाठक हम आपको बताते हैं कीबोर्ड, माउस, सीपीयू, वेबकैम, स्पीकर, जॉय स्टिक, इत्यादि

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