बैंक मैनेजर कैसे बने? – Bank Manager Kaise Bane अगर आप इसके बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो आप सही Article को पढ़ रहे हैं अगर आप इस Article को पूरा पर लेते हैं तब आपको पूरी जानकारी मिल जाएगा कि बैंक मैनेजर कैसे बने? (Bank Manager Kaise Bane)
क्योंकि इस Article में हमने Bank Manager कैसे बने? इसके बारे में पूरी जानकारी दिए हैं और बैंक मैनेजर का वेतन कितना होता है, बैंक मैनेजर का काम क्या होता है, बैंक मैनेजर बनने के लिए कितने साल लगते हैं? इन सब के बारे में पूरी जानकारी दिए हैं
हमारे देश में वर्तमान में 34 राष्ट्रीय बैंकों को मान्यता प्राप्त है। इन 34 राष्ट्रीय बैंकों में से 12 बैंक सरकारी हैं और शेष बचे हुए 22 बैंक प्राइवेट सेक्टर के हैं। देश के अंदर एक बैंक की जॉब को अलग ही नजरिये के साथ देखा जाता है , किसी भी बैंक में काम करने वाले कर्मचारी की इज्जत समाज में बढ़ जाती है।
इसके पीछे एक मुख्य कारण यह भी है की बैंक अपने कर्मचारियों को सैलरी और उसके साथ मिलने वाली अन्य सुविधाएँ दूसरे सेक्टर की तुलना में ज्यादा देता है। किसी भी बैंक की व्यवस्था को सुचारु ढंग से चलने के लिए उस बैंक के मैनेजर का सबसे बड़ा योगदान होता है।
अगर आप भी अपने दिल में यह इक्षा रखते हैं की मुझे भी Bank Manager की नौकरी करनी है पर आपको उससे रिलेटेड कोई भी जानकारी नहीं है तो आपको परेशां होने की कोई आवश्यकता नहीं है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Bank Manager से जुडी हुई हर एक छोटी बड़ी जानकारी आपके साथ साझा करेंगे। आज हम आपको बैंक मैनेजर बनने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता, उससे जुड़े हुए निर्धारित मापदंडों को बारीकी से जानेंगे।
बैंक मैनेजर कौन होते हैं
किसी भी बैंक को सुचारु ढंग से चलाने के लिए बैंक के द्वारा जिस योग्य कर्मचारी की नियुक्तिं की जाती है उसे ही बैंक मैनेजर के नाम से सम्बोधित करते हैं। एक बैंक मैनेजर अपने बैंक के सभी ऑपरेशंस को एक्जिक्यूट करके बैंक को अच्छे तरीके से चलाते है। बैंक मैनेजर अपने सम्बंधित बैंक का लीडर होता है, आम तौर पर हर एक बैंक के लिए अलग बैंक मैनेजर की नियुक्ति होती है।
बैंक मैनेजर कैसे बने? | Bank Manager Kaise Bane
अगर आपको भी एक बैंक मैनेजर के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत करनी है तो आपको नीचे बताये गए सभी स्टेपों को उसी क्रम में फॉलो करना होगा।
1. बेसिक शिक्षा अच्छे तरीके से प्राप्त करें – अगर आपको आगे चलकर एक बैंक मैनेजर बनना है तो आपको इसकी तयारी कक्षा 11वीं से ही शुरू करनी होगी। कक्षा 11 वीं में आपको कॉमर्स विषय का चयन कर अच्छे से इसकी पढाई करनी होगी। इस के बाद कक्षा 12 वीं में आपको कॉमर्स संकाय से काम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ पास करनी होगी।
2. आपको फाइनेंस की पढाई करनी पड़ेगी – 12 वीं की परीक्षा अच्छे अंकों से पास होने के बाद आपको अपना ग्रेजुएशन फाइनेंस से जुड़े हुए किसी भी कोर्स से कम्प्लीट करना होगा। इस कोर्स को करने के लिए आप बैचलर ऑफ़ कोम्मेर्स या फिर बैचलर ऑफ़ बिजनेस एडमिस्ट्रेशन का चुनाव कर सकते हैं।
3. बैंकिंग के क्षेत्र में अनुभव प्राप्त करें – अपनी बैचलर्स की डिग्री को पूरा करने के आप किसी भी बैंक में प्रवेश सत्र की नौकरी को प् सकते हैं और फिर धीरे धीरे पदोन्नत होकर आप एक बैंक मैनेजर की पोस्ट पर आ सकते हैं। बैंकिंग की नौकरियां निजी और सरकारी सेक्टर में उपलब्ध रहती हैं।
हालाँकि इन दोनों क्षेत्रों की भर्ती प्रक्त्रिया एक दूसरे से पूरी तरह से भिन्न रहती है। सरकारी बैंको में नौकरीय के लिए आपको सबसे पहले प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ेगा। सबसे पहले आपको आपको बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) के द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा उसके बाद आप एक परिवीक्षाधीन अधिकारी (PO), विशेषज्ञ अधिकारी या क्लर्क के रूप में बैंक में नौकरी पा सकते हैं।
बहुत से निजी और सरकारी बैंक अपने यहां नौकरी के लिए बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) के द्वारा आयोजित परीक्षा के रिजल्ट के अनुसार ओपन बरती भी करते हैं। करीब तीन से पांच साल के बैंकिं अनुभव के बाद आप बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
4. मास्टर्स डिग्री प्राप्त करें :- बैंक मैनेजर बनने का दूसरा तरीका यह भी है की आप देश के किसी भी प्रतिष्ठित कॉलेज से फाइनेंस या बिजनेस में मास्टर की पढाई अच्छे अंकों से पास हों। इसके बाद आपको किसी भी सरकारी या फिर निजी सेक्टर के बैंक से नौकरी के लिए प्रस्ताव भेज जा सकता है। कुछ बड़े कॉलेजों और बैंको के बीच यह संधि रहती है की वो हर साल आपके कॉलेज से इतने संख्या में छात्रों को अपने बैंक में नौकरी देंगे। जिसकी वजह से छात्रों को कालेज कैम्पस से ही किसी भी प्रतिष्ठित बैंक में नौकरी मिल जाती है।
बैंक मैनेजर बनने के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा
अगर किसी भी छात्र को बैंक मैनेजर के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत करनी है तो उसे सबसे पहले प्रवेश परीक्षा को पास करना होता है उसके बाद ही उसे बैंक में नौकरी के लिए योग्य उम्मीदवार की श्रेणी में रखा जाता है। बैंक मैनेजर बनने के लिए दी जाने वाली परीक्षा मुख्यतः तीन चरणों में आयोजित की जाती है। पहले दो चरणों को पास करने के बाद आखिरी और निर्णायक चरण इंटरव्यू होता है।
1. प्रीलिम्स परीक्षा –
यह परीक्षा का पहला चरण होता है इसमें छात्रों को सामन्य ज्ञान, अंग्रेजी, गणित , करंट अफेयर्स और लॉजिकल रीजनिंग की परीक्षा को पास करना होता है। यह परीक्षा पूर्ण रूप से लिखित परीक्षा होती है। अगर आप प्रीलिम्स की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं तो आपको अगले महत्वपूर्ण चरण के लिए बुलाया जायेगा।
2. मेंस परीक्षा –
यह परीक्षा पहली परीक्षा के तुलना में थोड़ी कड़ी होती है। इस परीक्षा में छात्रों को अधिक म्हणत करने की आवश्यकता होती है, इस परीक्षा के लिए 100 अंक निर्धारित किये गए हैं और इस परीक्षा में किसी भी प्रकार की निगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
3. इंटरव्यू –
बैंक मैनेजर की पोस्ट में चयनित होने के लिए इंटरव्यू परीक्षा का आखिरी चरण होता है। यह तभी पॉसिबल हो सकता है जब आप दोनों परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ स्कोर करें। इंटरव्यु को क्रैक करने के लिए आपके पास सामान्य ज्ञान के साथ साथ बैंकिंग सेक्टर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। इं
टरव्यू में मुकीरूप से राजनीति, सामाजिक, भारतीय अर्थव्यवस्था, व्यापार, बाजार, कृषि, वित्त, पुरस्कार, भारत का संविधान, मीडिया, खेल, भारतीय रिजर्व बैंक और बैंकिंग से संबंधित इवेंट्स और गतिविधियों के बारे में सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
4. ग्रुप डिस्कशन (Group Discussion) –
परीक्षा के तीन महत्वपूर्ण चरणों को पर करने के बाद चौथा और सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है ग्रुप डिस्कशन। इस चरण में आपको चार लोगों के बीच में बैठकर किसी भी विषय में आपकी रे जनि जाएगी। उत्तेर देते वक़्त आपको यह ध्यान देना है की आपकी आवाज में मिठास हो और इसके साथ ही आपको सभी प्रश्नों के सटीक उतारर ही देने पड़ेंगे। आपके विचारों के बाद ही आपका फाइनल मूल्याङ्कन किया जायेगा और उसके आपको आपका रिजल्ट बताया जायेगा। सभी प्रोसेस को पार करने के बाद आप एक बैंक मैनेजर के पोस्ट पर चुने जा सकते हैं।
बैंक मैनेजर के प्रकार Types of Bank Manager
Bank Manager बनने के अलावा यह भी जानना आवश्यक हो जाता है की बैंक मैनेजर कितने प्रकार के होते हैं।
1. ब्रांच मैनेजर (Branch Manager)
एक बैंक मैनेजर किसी भी बैंक के किसी भी एक शाखा का प्रमुख होता है जो अपनी शाखा से जुडी हुई समस्त गतिविधियों पर नजर रखता है और अपने बैंक को हर एक फिल्ड में लीड करता है। एक ब्रांच मैनेजर अपने बैंक के अंदर हो रहे सभी प्रकार के कामों की निगरानी रखता है वो अपनी शाखा के अंदर होने वाले सभी कामों के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें उसके मुख्य काम होते हैं कर्मचारियों को नियुक्त करना, ऋण और लेनदेन सम्बंधित सभी कामों को स्वीकृति देना और उसकी जाँच करना। इन सभी कामों को करते हुए यह सुनिश्चित करना की उसके बैंक के अंदर सभी काम पूरी साफ सफाई के सतह होरहे हैं की नहीं।
2. सर्विस मैनेजर (Service Manager)
यह मैनेजर शाखा के अंदर सभी प्रकार की सुविधाओं को और बेहतर तरीके से अपने ग्राहकों को मुहैया करने के लिए जिम्मेदार होता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह होता है की कोई भी ग्राहक उसके बैंक से असंतुस्ट होकर वापिस न जाये अपितु ग्राहकों को उनकी सोच से ऊपर की सुविधाओं का लाभ मिले।
3. सीनियर बैंक मैनेजर (Senior Bank Manager)
सीनियर बैंक मैनेजर के अंदर कई विभाग आते हैं और उसका काम सभी विभागों में हो रहे कामों को मॉनिटर करना होता है। कोई भी त्रुटि पाए जाने पर उसका काम होता है की वो सम्बंधित प्रभारी अधिकारी को उस त्रुटि की सुधार के लिए निर्देशित करे।
4. जूनियर बैंक मैनेजर (Junior Bank Manager)
जूनियर बैंक मैनेजर को बैंक में चल रहे ऑपरेशंस का सुपरवाइजर के तौर पर नियुक्त किया जाता है। इसके अंदर बैंक मैनेजर को बैंक के अंदर होने वाले सभी गतिविधिओयों को रिपोर्ट तैयार करके अपने सीनियर के समक्ष प्रस्तुत करनी होती है।
बैंक मैनेजर के काम
1. ग्राहकों को बैंक के अंदर उपलब्ध समस्त सुविधाओं से अवगत करना।
2. बैंक के कर्मचारियों को दिशा निर्देशित करना।
3. यह सुनिश्चित करना की बैंक के नादर सभी रिकॉर्ड्स और डॉक्युमेंट्स अपने समय में रेडी हो रहे हैं।
4. लेनदेन की सुविधाओं का हिसाब रखना।
बैंक मैनेजर को मिलने वाली सैलरी
हमारे देश में बैंक मैनेजर की पोस्ट को एक प्रतिष्ठित माना जाता है ऐसे में इसकी सैलरी भी अच्छी होती है। रिपोर्ट्स के अनुसार निजी सेक्टर के बैंक मैनेजर की अनुमानित सैलरी करीब 81-90,000 रूपये महीना होती है और सरकारी Bank Manager की सैलरी करीब 60,245 – 1.8 लाख प्रति महीने होती है। इसके अतिरिक्त इनके वेतन में सभी प्रकार के भत्ते को भी जोड़ा जाता है जिसकी वजह से सैलरी में इजाफा होता है।
हमें उम्मीद है की आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा ,आप अगली जानकारी किस टॉपिक में चाहते है आप यह हमें कमेंट के माध्यम से बताइये। इस आर्टिकल को आ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर कीजिये, हम इसी प्रकार से शिक्षा जगत से जुडी हुई हर एक छोटी बड़ी जानकारी आपके साथ साझा करते रहेंगे। धन्यवाद
Bank Manager kaise bane in hindi (FAQ)
Q : बैंक मैनेजर की जॉब के लिए क्या करे?
Ans : बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको भारत के नागरिक होनी चाहिए और आपका उम्र 18 से 30 वर्ष होनी चाहिए और आप ग्रेजुएशन में 60% होनी चाहिए
Q :- एक बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है?
Ans : बैंक मैनेजर का सैलरी की बात करें तो उसकी सैलरी 20,000 से लेकर 60,000 रहती है
Q : बैंक मैनेजर की योग्यता क्या होनी चाहिए?
Ans : बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करना होगा और आपकी आयु 21 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए और आपका ग्रेजुएशन में 60% मार्क्स होनी चाहिए
Q : बैंकिंग का कोर्स कितने साल का होता है?
Ans : बैंक का मैनेजर का कोर्स अगर आप करना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि 12th के बाद आप बैचलर ऑफ एकाउंटिंग कर सकते हैं जो कि आपको 3 साल समय लग सकता है उसमें आपको अकाउंटिंग और फाइनेंस की बहुत अच्छी जानकारी मिल जाएंगे
Q : सबसे ज्यादा सैलरी कौन सा बैंक देता है?
Ans : SBI: Rs. 57,155 pm
Q : बैंक मैनेजर बनने के लिए कितने साल लगते हैं?
Ans : बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको कम से कम 3 साल लगते हैं
Q : 12वीं के बाद बैंक पीओ कैसे बने?
Ans : हमने जो – जो भी जानकारी दिए हैं इस आर्टिकल के माध्यम से आप उसे फॉलो करें और आप बैंक मैनेजर बन सकते हैं
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